भारत की सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेदिक हिन्दी वेबसाइट लखैपुर डॉट कॉम पर आपका स्वागत है

10 जनवरी 2018

Kumkumadi Tailam(Kumkumadi Oil) for Fairness and Beauty | कुमकुमादि तैलम के फ़ायदे


कुमकुमादि तैलम या कुमकुमादि आयल सौन्दर्य वर्धक आयुर्वेदिक औषधि है जो चेहरे के दाग़ धब्बे, कील-मुहाँसे, डार्क सर्कल्स, स्कार्स जैसी प्रॉब्लम को दूर करता है और रंग निखार कर गोरा होने में भी मदद करता है वो भी बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के. आईये जानते हैं कुमकुमादि तैलम का कम्पोजीशन, फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल - 

कुमकुमादि तैलम जड़ी-बूटियों के मिश्रण से बना हर्बल आयल है जिसमे कुमकुम या केसर भी मिला होता है इसलिए इसका नाम कुमकुमादि तैलम रखा गया है. यह भैषज्य रत्नावली का योग है ईसके कम्पोजीशन की बात करें तो इसमें कई तरह की चीज़े मिली होती हैं जिन्हें तीन पार्ट में जानेंगे, जैसे - क्वाथ द्रव्य, कल्क द्रव्य और बेस आयल 

क्वाथ द्रव्य(जड़ी-बूटियाँ जिनका क्वाथ या काढ़ा बनाना होता है)-

लाल चन्दन, मंजीठ, यष्टिमधु, दारूहल्दी, उशीर, पद्माख, नील कमल, बरगद की जटा, पाकड़, कमल केसर, बेल, अग्निमंथा, श्योनका, गंभारी, पाटला, शालपर्णी, प्रिश्नपर्णी, गोक्षुर, वृहती और कंटकारी प्रत्येक 48 ग्राम 

कल्क द्रव्य(जिनका पेस्ट या चटनी बनानी है)-

मंजीठ, यष्टिमधु, महुआ, लाख और पतंगा प्रत्येक 12 ग्राम 

आयल बेस के लिए - तिल तेल 192 ML, बकरी का दूध- 384 ML चाहिए होगा और केसर- 48 ग्राम और थोड़ा गुलाब जल भी चाहिए. 


कुमकुमादि तैलम बनाने का तरीका- 

बनाने का तरीका यह है कि सबसे पहले क्वाथ द्रव्य की जड़ी-बूटियों को मोटा-मोटा कूटकर 9 लीटर पानी में काढ़ा बनायें और जब दो लीटर पानी बचे तो ठण्डा होने पर छान लें. 

अब कल्क द्रव्य को पिस लें और थोड़ा पानी मिलाकर चटनी या पेस्ट की तरह बना लें. अब काढ़े में पेस्ट, तिल का तेल और बकरी का दूध मिक्स कर उबालना है स्लोआँच में. जब पानी का अंश उड़ जाये और सिर्फ़ तेल बचे तो ठण्डा होने पर छान लें. 

अब केसर में थोड़ा गुलाब जल मिक्स कर खरल में डालकर पिस लें और तेल में मिक्स कर लें. बस कुमकुमादि तैल तैयार है. वैसे यह बना-बनाया मार्केट में मिल जाता है. 


कुमकुमादि तैलम के गुण - 

इसके गुणों की बात करें तो यह एंटी-ऑक्सीडेंट, Moisturizer, Anti-hyperpigmentation, एन्टी बैक्टीरियल, एंटी इंफ्लेमेटरी और Natural Sun Screen जैसे गुणों से भरपूर होता है. 

कुमकुमादि तैलम के फ़ायदे- 

कुमकुमादि तैलम एक बेहतरीन ब्यूटी आयल है जो न सिर्फ़ रंग को निखारता है बल्कि डार्क सर्कल्स, Hyperpigmentation, Blemishes, ब्लैक स्पॉट, स्कार्स, कील-मुहाँसे और दाग़ धब्बों को दूर कर देता है. 

चेहरे में होने वाले दाग़ धब्बों को दूर कर नेचुरल मॉइस्चराइजर का काम करता है. इसका इस्तेमाल कील-मुहाँसे होने से बचाता है. 

कुमकुमादि तैलम ऑलमोस्ट हर तरह की स्किन टाइप में असरदार है, ख़ासकर ड्राई स्किन में ज़्यादा फ़ायदा करता है. 


कुमकुमादि तैलम को यूज़ कैसे करें?

अपने हाथ और चेहरे को अच्छी तरह से धोकर कुमकुमादि तैलम की कुछ बूंद लेकर हाथों से चेहरे की हल्की मसाज करें और कम से कम तीन घंटा तक लगा रहने दें. ऑयली स्किन वाले कम से कम एक घंटा लगा रहने दें, उसके बाद चेहरा धो लें. ड्राई स्किन वाले सोने से पहले भी इसे लगा सकते हैं. 

कुमकुमादि तैलम को Nasal Drops की तरह भी नाक में भी डाला जाता है जिस से wrinkles, ब्लैक स्पॉट और दाग़ धब्बों में फ़ायदा होता है. आर्य वैद्यशाला के 10 ML के पैक की क़ीमत 410 रुपया है, इसे ऑनलाइन ख़रीद सकते हैं निचे दिए लिंक से - 

 इसे भी जानिए - 




हमारे विशेषज्ञ आयुर्वेदिक डॉक्टर्स की टीम की सलाह पाने के लिए यहाँ क्लिक करें
Share This Info इस जानकारी को शेयर कीजिए
loading...

0 टिप्पणियाँ:

एक टिप्पणी भेजें

 
Blog Widget by LinkWithin