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06 फ़रवरी 2016

पत्थरी का घरेलु इलाज / Kidney aur bladder ki Patthri ka Gharelu elaaj / Home remedy for kidney stone



पत्थरी की बीमारी का घरेलु इलाज के बारे में आज जानेंगे. किडनी और मूत्राशय की पत्थरी से आप छुटकारा पा सकते हैं साधारण जड़ी-बूटियों से वो भी बिना ऑपरेशन. यहाँ आपको बता दूँ कि ऑपरेशन के द्वारा पत्थरी निकलवाने पर भी कुछ महीनों बाद दुबारा पत्थरी हो सकती है पर आयुर्वेदिक औषधियों से जब पत्थरी निकलती है तो दुबारा होने की सम्भावना नहीं होती, तो आईये जानते हैं पत्थरी दूर करने का कारगर घरेलु उपाय.

किडनी और मूत्राशय की पत्थरी में बाजरा का प्रयोग-


बाजरा का उपयोग किडनी और मूत्राशय की पत्थरी में उपयोगी है और कुछ दिनों तक उपयोग करने पर पत्थरी घुल-घुल कर निकल जाती है. बाजरा को तो सभी लोग जानते हैं, यह एक तरह का अन्न है जो लगभग हर जगह उगाया जाता है. इसे हिंदी में बाजरा, बजरी इत्यादि नामों से जाना जाता है. अंग्रेजी में पर्ल मिलेट Pearl Millet कहते हैं, चित्र के माध्यम से आप समझ सकते हैं-

बाजरा 


प्रयोग कैसे करना है?

उपरोक्त सफ़ेद बाजरा 200 ग्राम लीजिये और पानी से धो कर साफ़ कर लीजिये. और तिन लीटर पिने वाले पानी को उबाल लीजिये और कांच के जार में रख लें. तिन लीटर उस गर्म पानी में 200 ग्राम साफ़ किया हुवा बाजरा डाल कर अछि तरह मिला कर ढ़क्कन टाइट कर किसी गर्म जगह पर रख दें. ये काम आपको शाम में करना है और रात भर रखा रहना है. सुबह आप देखेंगे कि कांच के जार में हल्का सफ़ेद रंग का पानी है, तो इस पानी को किसी दुसरे जार या बोतल में रख लें. बस दवा तैयार है. इसी पानी को आपको दिन भर पीना है. जब भी प्यास लगे या जब भी पानी पीना है तो इसे ही पीयें. जितना चाहें आप इसे पी सकते हैं, इसकी कोई सीमा नहीं है.



रोज़ इसी तरह नया पानी बनाकर इस्तेमाल करें, बचे हुवा बाजरा(जो पानी निकलने के बाद बचेगा) का प्रयोग खाने के लिए या किसी और चीज़ के लिए कर सकते हैं. या चाहें तो पशु-पक्षियों को खिला सकते हैं. इसी तरह बाजरे के पानी का प्रयोग 10-15 दिन या एक महीना तक कीजिये. किडनी या मूत्राशय(kidney, urinary bladder) की पत्थरी अगर छोटी-छोटी है तो दस-पन्द्रह दिनों में घुल कर निकल जाती है. बड़े आकार की या 5 mm से बड़ी पत्थरी के लिए अधिक दिनों तक प्रयोग करना चाहिए और हर महीने एक्स रे या अल्ट्रासाउंड करा कर इसका साइज़ पता करना चाहिए जिससे पता चले कि फ़ायदा हो रहा है या नहीं.

इसे भी प्रयोग कर सकते हैं –

एक औषधि है ‘पथरचूर’ इसे ‘पत्थरचट्टा’ और पाषाण भेद इत्यादि नामों से जाना जाता है. इसे अंग्रेज़ी में Bryphyllum pinnatum कहते हैं. इसकी विशेषता यह है कि इसके पत्तों से भी इसके पौधे उग आते हैं. चित्र से आप समझ सकते हैं –

पत्थरचूर या पत्थरचट्टा


यह औषधि भी किडनी और मूत्राशय की पत्थरी को दूर करने में बहुत ही प्रभावी है. इसका उपयोग आप कई तरह से कर सकते हैं –

4–5 ताज़े पत्ते चबा कर खाइए सुबह-शाम. या फिर इसका जूस निकाल कर सुबह-शाम लीजिये. या आप चाहें तो इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं. ताज़ा नहीं मिल सके तो इसके सूखे पत्तों का चूर्ण बनाकर भी सेवन कर सकते हैं. और चाहें तो सूखे पत्तों का काढ़ा बनाकर भी सेवन कर सकते हैं.


यहाँ YouTube विडियो में देख सकते हैं 


कुछ दिनों तक इस्तेमाल करने से किडनी या मूत्राशय की पत्थरी घुल कर निकल जाती है. 

यहाँ आपने जाना किडनी और मूत्राशय की पत्थरी की घरेलु दवा. कोई सवाल या कोई शंका हो तो हम से पूछिये. पत्थरी की शास्त्रीय आयुर्वेदि औषधि जानने के लिए कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं. 


HOME REMEDY FOR KIDNEY AND BLADDER STONE

You will know today about the treatment of kidney and bladder stone. You can get rid of kidney and urinary bladder stone without operation by using herbs. Let’s know how?

Use of Millet in kidney and urinary bladder stone-

Use of millet is very effective in kidney stone and urinary bladder stone. Continuous use of millet melts the stone and removes it. Millet is well known grain which grown around the world. It also known as ‘Pearl Millet’. Bajra or Bajri is popular name in Hindi language. You can understand it through this picture-


How to use?

Take this millet 200 gram and wash with water. Boil three liter drinking water and put in a glass jar and add 200 gram washed millet, tight the cap mix well and keep in hot place. Do it at evening and keep it full night. Next morning you will see whitish water in the jar. Keep this whitish water in another jar or in bottle. Your medicine is ready. You need to drink this water whole day. Don’t drink other water, drink only this water whenever you want. Drink as much as possible, there is no limit.

Make this daily and you can use this remaining millet for food or serve birds or animal. Drink this water 10-15 days or one month. It removes small size of stones in 10 days and bigger stones may take long time. Stones melt and come out through urine. For big size stone, you can use for long time. And check the size of stone through x-ray or sonography every month.

You can use this also-

A herb called Bryphyllum pinnatum is also useful. It called ‘Pattharchur’ or ‘Pattharchatta’ in Hindi language. It’s also commonly found plant and it’s new plant grows from it’s leaves. This is its specialty. You can understand easily with following picture-



This herb is also very effective to remove kidney and bladder stone. You can use it in many form-

Eat 4-5 fresh leaves twice daily like salad. Or make juice of its leaves and drink twice daily. Of if you want you can use it by boiling in water like tea. If fresh leaves are not available then you can use dry leaves, make powder of dry leaves and use it. Or you can make syrup of dry leaves also. Use it continue until cure.
Today you learned home remedy of kidney and urinary bladder stone. 

If you have any question or concern, then feel free to ask. You can also ask through comment for classical Ayurvedic medicine for stones. You will get reply here as soon as possible. Thanks.



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2 टिप्पणियाँ:

  1. Gallbladder Ki stone kaise niklegi please upa btayie jaldi my number 9501206238 please call kare

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    उत्तर
    1. Iske bare me aap jankari yahan padh sakte hain- http://www.lakhaipur.com/2012/09/how-to-remove-gallstone-naturally.html

      Dhanyawad.

      हटाएं

 
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