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26 जनवरी 2017

पतंजलि आँवला जूस के फ़ायदे | Patanjali Amla Juice Benefits


जैसा कि आप सब सभी जानते हैं कि आँवला विटामिन C से भरपूर चमत्कारी फल है जो कई गुणों से भरपूर है 

ताज़ा आंवला हमारे देश में सालों भर नहीं मिल पाता इस लिए पतंजलि ने इसका जूस प्रस्तुत किया है ताकि सालों भर ताज़े आंवले का फ़ायदा लिया जा सके 

जो फ़ायदे ताज़े आंवले के होते हैं वही आंवला जूस के भी होते हैं, तो आईये जानते हैं पतंजलि आंवला जूस के फ़ायदे - 


आँवला विटामिन C से भरपूर बेहतरीन एंटी ऑक्सीडेंट है आंवला जूस के नियमित इस्तेमाल से आप बीमारियों से बचते हुवे हमेशा स्वस्थ रह सकते हैं 

शरीर में विटामिन C की कमी नहीं होने देता और आपको हमेशा जवान दिखने में मदद करता है, इम्युनिटी पॉवर को बढ़ाता है 

इसके इस्तेमाल से नज़र तेज़ होती है और आँखों की प्रॉब्लम दूर होती है 

आँवला जूस के नियमित प्रयोग से असमय बाल सफ़ेद नहीं होते, बालों का गिरना रोकता है और बालों को काला और मजबूत बनाता है 

इसके जूस में निम्बू का रस मिलाकर लगाने से बाल चमकदार बनते हैं और बालों के झड़ने की समस्या में फ़ायदा होता है 

आँवला जूस के इस्तेमाल से खून साफ़ होता है, पाचन शक्ति ठीक होती है और कब्ज़ दूर करता है, एसिडिटी और पेट की जलन में भी फायदेमंद है 

आँवला जूस स्किन प्रॉब्लम को दूर करता है अगर आंवला जूस में शहद मिलाकर पिया जाये तो चेहरा चमक उठता है और स्किन की प्रॉब्लम जैसे किल-मुहांसे, दाग-धब्बे इत्यादि दूर होते है 

खून की कमी या एनिमिया में फायदेमंद है इसके इस्तेमाल से हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है 

आँवला जूस के इस्तेमाल से शरीर की गर्मी कम होती है जिस से हाथ पैर में जलन होना और स्वप्नदोष जैसी प्रॉब्लम दूर होती है 

इसके इस्तेमाल से वज़न कम करने में भी मदद मिलती है और शरीर को फिट रखता है 

आंवला जूस के इस्तेमाल से कोलेस्ट्रॉल, फेफड़ों की प्रॉब्लम और डायबिटीज में भी फ़ायदा होता है 

कुल मिलाकर देखा जाये तो आंवला जूस एक बेहतरीन ड्रिंक है जिसके कई सारे फ़ायदे हैं 


पतंजलि आंवला जूस की मात्रा और पिने का तरीका -

15 से 30 मिलीलीटर तक दिन में दो बार खाना खाने के बाद पीना चाहिए 

लम्बे समय तक इसका इस्तेमाल कर सकते हैं, किसी तरह का कोई भी साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है 

पतंजलि स्टोर से या ऑनलाइन इसे खरीद सकते हैं, आधे लीटर की बोतल की क़ीमत 55 रुपया है. घर बैठे आँवला जूस ख़रीदें ऑनलाइन निचे दिए लिंक से- 

 
तो दोस्तों, ये थी आज की जानकारी पतंजलि आंवला जूस के फ़ायदे और इस्तेमाल के बारे में 




24 जनवरी 2017

पतंजलि शतावर चूर्ण के फ़ायदे और इस्तेमाल | Benefits of Shatavar Churna


शतावर एक जानी मानी जड़ी बूटी है जो अपने गुणों के कारण दुनियाभर में इस्तेमाल की जाती है

इसे शतावर या शतावरी के नाम से भी जाना जाता है जबकि अंग्रेज़ी में इसे  एस्परैगस(Asparagus) कहते हैं

आयुर्वेदिक दवाओं में शतावर की जड़ का इस्तेमाल होता है, सिर्फ़ शतावर का चूर्ण का इस्तेमाल कर आप इसके कई सारे फ़ायदे ले सकते हैं


तो आईये जानते हैं कि शतावर के क्या क्या फ़ायदे हैं- 

शरीर में कमज़ोरी रहना और थोड़े से काम से ही थक जाने में शतावर के इस्तेमाल से फ़ायदा होता है

पुरुषों की यौन शक्ति बढ़ाने वाली दवाओं में शतावर का इस्तेमाल किया जाता है, यह शरीर को शक्ति देता है और स्टैमिना बढ़ाता है

शतावर के इस्तेमाल से शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता भी बढ़ती है और पुरुषों की इनफर्टिलिटी की प्रॉब्लम दूर होती है

महिला प्रजनन अंग या री Productive System की सारी प्रॉब्लम दूर करता है, पीरियड्स की प्रॉब्लम, गर्भपात, बाँझपन इत्यादि में फ़ायदे मंद है

हार्मोन Imbalance को ठीक कर गर्भाशय को Healthy बनाती है

स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका इस्तेमाल ज़रूर करना चाहिए, इसके इस्तेमाल से दूध की मात्रा बढ़ती है और शिशु भी स्वस्थ रहता है

इम्युनिटी पॉवर को बढ़ाती है जिस से आप जल्दी या बार बार बीमार होने से बच सकते हैं
यह एक नेचुरल एंटी ऑक्सीडेंट है, पाचन शक्ति को ठीक करता है और यौवन बनाये रखता है

इसके इस्तेमाल से शरीर के विषाक्त तत्व या Toxins बाहर निकलते हैं

शतावर के इस्तेमाल से मूत्र रोगों जैसे पेशाब में जलन, पेशाब कम होना जैसी प्रॉब्लम में फ़ायदा होता है

शतावर के प्रयोग से दिमाग़ को ताक़त मिलती है, तनाव और डिप्रेशन कम होता है और मानसिक शांति मिलती है

त्वचा विकारों में भी शतावर के इस्तेमाल से फ़ायदा होता है

कुल मिलाकर देखा जाये तो शतावर एक बहुत ही फायदेमंद जड़ी है जिसके इस्तेमाल से कई तरह के फ़ायदे होते हैं

पंसारी की दुकान से शतावर लाकर कूट पिसकर ख़ुद चूर्ण बना सकते हैं या फिर इसका चूर्ण पतंजलि स्टोर से ले सकते हैं

इसे 3 से 5 ग्राम तक दिन में दो बार दूध या पानी से ले सकते हैं

गल्फ कंट्री या दुसरे देशों में रहने वाले लोग हरी शतावर का इस्तेमाल सब्ज़ी या सलाद के रूप में कर सकते हैं जो की एस्परैगस नाम से मिल जाती है. शतावर की जड़ और कैप्सूल घर बैठे ख़रीदें ऑनलाइन निचे दिए लिंक से -


 
तो दोस्तों, ये थी आज की जानकारी शतावर के फ़ायदे और इस्तेमाल के बारे में


  इसे भी जानिए - 


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21 जनवरी 2017

पंचनिम्ब चूर्ण के फ़ायदे, चर्म रोगों की आयुर्वेदिक दवा | Panchnimba Churna For Skin Problem



पंचनिम्ब चूर्ण शास्त्रीय आयुर्वेदिक दवा है जो छोटे मोटे चर्म रोगों से लेकर कुष्ठ रोग तक में इस्तेमाल की जाती है

इसमें नीम के पांचों अंगों के अलावा कई तरह की रक्त शोधक जड़ी बूटियां मिलायी जाती हैं

यह एक बेहतरीन रक्त शोधक यानि खून साफ़ करने वाली दवा है, शरीर से विषाक्त तत्वों को निकालती है जिस से त्वचा विकार या स्किन पर होने वाले हर तरह के प्रॉब्लम दूर होते हैं चाहे किल मुहांसे हों या दाद, एक्जिमा या कुष्ठ व्याधि

पंचनिम्ब चूर्ण में नीम के पांचों भाग जैसे नीम की छाल, पत्ती, जड़, फुल और फल मिलाये जाते हैं, इसके अलावा इसमें त्रिफला, त्रिकटु, ब्राह्मी, गोखुरू, भल्लातक, चित्रक, विडंग, वराहिकंद, लौह चूर्ण, गिलोय, हल्दी, दारू हल्दी, बाकुची, अमलतास, कुठ, इंद्रा जौ, पाठा के अलावा खदिर, आसन, नीम, भृंगराज और पंचनीम के क्वाथ की भावना देखर इसे बनाया जाता है


पंचनिम्ब चूर्ण के फ़ायदे - 

यह एक बेहतरीन आयुर्वेदिक खून साफ़ करने वाली दवा है, त्रिदोष को बैलेंस करती है

इसके इस्तेमाल से किल, मुहांसे, ज़ख्म, फोड़े-फुंसी, दाद, खाज-खुजली, एक्जिमा, पित्ती, कुष्ठ जैसे हर तरह के त्वचा विकार या स्किन प्रॉब्लम दूर होते हैं

पंचनिम्ब चूर्ण के इस्तेमाल से कब्ज़ दूर होती है, कृमिनाशक भी है जिस से पेट के कीड़े समाप्त हो जाते हैं

शरीर की गन्दगी को दूर कर देती है और त्वचा में निखार लाती है

जीवाणु संक्रमण या बैक्टीरियल इन्फेक्शन को दूर करती है

कुल मिलाकर देखा जाये तो भैषज्य रत्नावली यह नुस्खा खून की गन्दगी को दूर करने और हर तरह के चर्म रोगों में लाभकारी है


पंचनिम्ब चूर्ण की मात्रा और सेवन विधि-

इसे 1 से 2 चम्मच तक यानि 3 से 6 ग्राम तक दिन में दो बार पानी या शहद के साथ लिया जा सकता है

हर तरह के चर्म रोगों में इसके साथ महा मंजिष्ठारिष्ट और कैशोर गुगुल लेने से जल्दी लाभ मिलता है

पंचनिम्ब चूर्ण को आयुर्वेदिक मेडिकल से या ऑनलाइन ख़रीदा जा सकता है. पंचनिम्बादी चूर्ण न मिले तो निम्बादी चूर्ण प्रयोग किया जा सकता है या फिर पंचनिम्बादी वटी. निम्बादी चूर्ण ऑनलाइन ख़रीदने के लिए यहाँ क्लिक करें


तो दोस्तों, ये थी आज की जानकारी चर्मरोग की आयुर्वेदिक दवा पंचनिम्ब चूर्ण के फ़ायदे और इस्तेमाल के बारे में




19 जनवरी 2017

पतंजलि एलो वेरा जूस के फ़ायदे | Patanjali Aloe Vera Juice Benefits


जैसा कि आप सभी जानते ही हैं एलो वेरा या घृत कुमारी गुणों से भरपूर औषधि है जो अपने गुणों के कारण पूरी दुनिया में इस्तेमाल की जाती है

एलो वेरा के जूस को आसानी से यूज़ करने के लिए पतंजलि ने एलो वेरा जूस उपलब्ध कराया है वो भी सही क़ीमत में

तो आईये जानते हैं कि एलो वेरा जूस के क्या-क्या फ़ायदे हैं - 


एलो वेरा जूस एक बेहतरीन एंटी ऑक्सीडेंट है और इम्युनिटी पॉवर को बढ़ाता  है, इसके इस्तेमाल रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है जिस से आप बीमारियों से बच सकते हैं

शरीर से विषाक्त तत्वों या Toxins को बाहर निकालता है

Digestion या पाचन की हर तरह की प्रॉब्लम को दूर करता है, एसिडिटी, गैस, सीने की जलन इत्यादि को दूर करता है

कब्ज़ को दूर करता है

जोड़ों के दर्द, सुजन और Arthritis में फायदेमंद है

स्किन प्रॉब्लम को ठीक करता है और चेहरे की झुर्रियों  को दूर कर जवान दिखने में मदद करता है, लगातार इस्तेमाल करने से चेहरे की रौनक बढ़ती है

इसके इस्तेमाल से कोलेस्ट्रॉल कम होता है, हार्ट की बीमारियों से बचाता है

डायबिटीज में फायदेमंद है

वज़न कम करने में मदद करता है, शरीर की गर्मी को कम करता है, जिन लोगों को ज़्यादा गर्मी लगती है उन्हें इसका इस्तेमाल ज़रूर करना चाहिए

बाल गिरना या हेयर फॉल को रोकता है और बालों को काला रखने में मदद करता है

महिला रोगों में भी असरदार है और कैंसर जैसी बीमारी से भी बचाता है

कुल मिलाकर देखा जाये तो एलो वेरा जूस के कई फ़ायदे है, इसका इस्तेमाल कर आप कई बीमारियों को दूर कर स्वस्थ रह सकते हैं


पतंजलि एलो वेरा जूस का डोज़- 

15 से 25 मिलीलीटर तक पानी मिलाकर सुबह शाम लेना चाहिए

इसे पतंजलि स्टोर से या ऑनलाइन ख़रीदा जा सकता है, एक लीटर की क़ीमत 200 रुपया है. निचे दिए लिंक से घर बैठे ऑनलाइन खरीदें-



तो दोस्तों ये थी आज की जानकारी पतंजलि एलो वेरा जूस के फ़ायदे और इस्तेमाल के बारे में




18 जनवरी 2017

Himalaya Neem Face Wash Review | हिमालया नीम फ़ेस वाश के फ़ायदे हिंदी में


हिमालया नीम फेस वाश एक जाना माना ब्यूटी प्रोडक्ट है जो चेहरे की रौनक बढ़ाने और किल मुहांसों को दूर कर रूप निखारने के लिए इस्तेमाल किया जाता है

हिमालया नीम फेस वाश में नीम और हल्दी का मिश्रण है

नीम अपने एंटी सेप्टिक और एंटी बायोटिक गुणों के लिए जानी जाती है, स्किन प्रॉब्लम को दूर करने के लिए नीम का इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवाओं में प्रमुखता से होता है

नीम जो कील मुहांसों को दूर करने के एक बेहतरीन दवा के रूप में जानी जाती है, इसके एंटी बैक्टीरियल गुण भी होते हैं

जबकि हल्दी के गुण आप जानते ही होंगे, हल्दी भी एक नेचुरल एंटी बायोटिक है और स्किन की प्रॉब्लम को दूर कर त्वचा में निखार लाती है

किल मुहांसों की रोकथाम के लिए हल्दी बहुत ही असरदार है


हिमालया नीम फ़ेस वाश के फ़ायदे - 

हिमालया नीम फ़ेस वाश सोप फ्री और हानिकारक केमिकल से मुक्त आयुर्वेदिक फ़ेश वाश है

हल्का हरे रंग का पारदर्शी फ़ेश वाश आसानी से हाथों से फ़ेस पर लगाकर धोया जा सकता है

नार्मल से ऑयली स्किन के लिए बहुत ही असरदार है

किल मुहांसों और पिम्पल्स को दूर करता है, और दुबारा होने से रोकता है


त्वचा के दाग धब्बे को दूर करता है और रूप निखारता है

कुछ ही दिनों के प्रयोग से इसका फ़ायदा देखा जा सकता है

किल मुहांसों और दाग धब्बों से छुटकारा पाने के लिए इसका इस्तेमाल सुबह शाम करना चाहिए

हिमालया नीम फ़ेस वाश हमारे देश के अलावा गल्फ कंट्री और दुसरे देशों में भी हर जगह मिल जाता है. घर बैठे ऑनलाइन ख़रीदें निचे दिए लिंक से - 




तो दोस्तों, ये थी आज की जानकरी हिमालया नीम फ़ेस वाश के फ़ायदे के बारे में




15 जनवरी 2017

पतंजलि दिव्य शिलाजीत रसायन वटी के फ़ायदे | Divya Shilajit Rasayan Vati Review


शिलाजीत रसायन वटी पुरुषों के यौन रोगों में इस्तेमाल की जाती है, यह यौन शक्तिवर्धक रसायन औषधि है जो नर्वस System, किडनी और वीर्य वाहिनी नाड़ीयों पर असर करती है, हर तरह के पुरुष रोगों में इसका इस्तेमाल किया जाता है

शिलाजीत रसायन वटी में शुद्ध शिलाजीत, अश्वगंधा, भूमि आँवला और त्रिफला का मिश्रण है

शिलाजीत रसायन वटी के फ़ायदे - 


यह एक उत्तम बाजीकरण, बल वीर्य बढ़ाने वाली आयुर्वेदिक औषधि है, शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाती है

शरीर से Toxins को निकालती है और एंटी ऑक्सीडेंट का काम करती है

चिंता, अवसाद, एनर्जी और स्टैमिना की कमी को दूर करती है

शीघ्रपतन, स्वप्नदोष, इरेक्टाइल डिसफंक्शन और नपुंसकता इत्यादि को दूर करती है

पेशाब की प्रॉब्लम, पेशाब का इन्फेक्शन या UTI को दूर करती है

त्रिफला मिला होने से पाचन शक्ति को ठीक करता है और कब्ज़ नहीं होने देता, जबकि भूमि आँवला लीवर को मजबूत कर Digestion को इम्प्रूव करता है

कुल मिलाकर देखा जाये तो यह पुरुषों के लिए बेहतरीन दवा है जो शारीरिक और मानसिक कमज़ोरी को दूर कर पॉवर और स्टैमिना को बढ़ाती है


शिलाजीत रसायन वटी की मात्रा और सेवन विधि - 

1-1 गोली दिन में दो बार खाना खाने के बाद दूध के साथ लेना चाहिए, अगर दूध पसंद न हो तो गुनगुने पानी से ले सकते हैं

इसका इस्तेमाल 3 से 6 महिना करने पर ही स्थायी लाभ मिलता है, पूरी तरह से सुरक्षित दवा है लम्बे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है


इसे पतंजलि स्टोर से या ऑनलाइन खरीद सकते हैं- यहाँ क्लिक करें 

तो दोस्तों, ये थी आज की जानकारी पतंजलि शिलाजीत रसायन वटी के फ़ायदे और इस्तेमाल के बारे में




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14 जनवरी 2017

Benefits of Ashwagandha | अश्वगंधा के फ़ायदे | Patanjali Ashwagandha Review


अश्वगंधा एक ऐसी जड़ी बूटी है जो अपने चमत्कारी गुणों के कारण जानी जाती है इसे अश्वगंधा, असगंध, असगंध नागौरी इत्यादि नामों से जाना जाता है अंग्रेज़ी में इसे Withania Somnifera कहा जाता है

यह एक तरह का पौधा होता है जिसका जड़ वाला हिस्सा दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है

सुखी हुयी जड़ का चूर्ण बनाकर इस्तेमाल किया जाता है, पतंजलि जैसी आयुर्वेदिक कंपनी इसका कैप्सूल भी बनाती हैं

अश्वगंधा कैप्सूल में अश्वगंधा के चूर्ण के साथ इसका घनसत्व या कंसंट्रेशन भी मिला होता है, जबकि अश्वगंधा का चूर्ण डायरेक्ट इसका पाउडर होता है
 


तो आईये जानते हैं कि अश्वगंधा कैप्सूल या चूर्ण खाने के क्या क्या फ़ायदे हैं - 

इसके इस्तेमाल से थकावट, सामान्य कमज़ोरी, तनाव, चिंता और जोड़ों का दर्द दूर होता है

पुरुषों की यौन क्षमता और स्टैमिना को बढ़ाता है और शरीर को अन्दर से मजबूत बनाता है, वीर्य को गाढ़ा करता है

धात की प्रॉब्लम को दूर करता है

स्वसन तंत्र या रेस्पिरेटरी System के रोगों जैसे अस्थमा, Bronchitis और टीबी इत्यादि में भी फायदेमंद है

दिमाग को ताक़त देता है, टेंशन को दूर करता है और अच्छी नींद लाने में मदद करता है
कुल मिलाकर देखा जाये तो अश्वगंधा एक बेहतरीन औषधि है जो कई तरह के रोगों को दूर कर शरीर को स्वस्थ बनाती है


अश्वगंधा का डोज़ और सेवन विधि- 

पतंजलि अश्वगंधा कैप्सूल को 1-1 सुबह शाम दूध के साथ लेना चाहिए

अगर आप अश्वगंधा चूर्ण लेना चाहें तो इसे 1-1 चम्मच सुबह शाम दूध के साथ ले सकते हैं


यहाँ मैं एक बात बता देना चाहूँगा कि अश्वगंधा के इस्तेमाल कब्ज़ की समस्या हो सकती है ख़ासकर उनलोगों को जिनको पहले से ही थोड़ा बहुत कब्ज़ की प्रॉब्लम हो

कब्ज़ को दूर करने के लिए रात में सोने से पहले त्रिफला चूर्ण लिया जा सकता है

सिर्फ़ अश्वगंधा के चूर्ण लेने से अच्छा होगा अगर शास्त्रीय आयुर्वेदिक दवा 'अश्वगंधादी चूर्ण' का प्रयोग करें, इस से कब्ज़ नहीं होता क्यूंकि इसमें अश्वगंधा और विधारा दो तरह की जड़ी बूटियां मिलायी जाती हैं

वैसे अश्वगंधा का कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है, लम्बे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है

पंसारी की दुकान से अश्वगंधा नाम की जड़ी लाकर कूट पीस कर चूर्ण बना कर इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर पतंजलि का अश्वगंधा कैप्सूल या चूर्ण का प्रयोग करें. ऑनलाइन ख़रीदें निचे दिए लिंक से- 


 
तो दोस्तों, ये थी आज की जानकारी अश्वगंधा के फ़ायदे और इस्तेमाल के बारे में




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13 जनवरी 2017

चरक विगोमैक्स फ़ोर्ट इरेक्टाइल डिसफंक्शन की आयुर्वेदिक दवा | Charak Vigomax Forte Tablet for Erectile Dysfunction


विगोमैक्स फ़ोर्ट टेबलेट चरक कंपनी की आयुर्वेदिक दवा है जो पुरुष रोगों के लिए असरदार है

इसके इस्तेमाल से लिबिडो, ताक़त और स्टैमिना बढ़ाने में मदद मिलती है, आधुनिक लाइफ स्टाइल की वजह से होने वाली सेक्सुअल प्रॉब्लम को दूर कर स्टैमिना को बढ़ाता है

और पुरुषों की बहुत ही कॉमन बीमारी इरेक्टाइल डिसफंक्शन को ठीक करता है


यौनेच्छा को जगाता है और शीघ्रपतन को दूर करने में मदद करता है

चरक विगोमैक्स टेबलेट अश्वगंधा, कपिकच्चू, सफ़ेद मुसली, एरण्डमूल, गोक्षुर और सालब मिश्री के मिश्रण से बना है

शार्ट कम्पोजीशन है पर पुरुष रोगों के लिए जानी मानी औषधियों का मिश्रण है

इसे 1-1 टेबलेट सुबह शाम लेना चाहिए 

नॉन हार्मोनल दवा है, लम्बे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है

20 टेबलेट की क़ीमत 160 रुपया है

आयुर्वेदिक मेडिकल से या ऑनलाइन ख़रीदा जा सकता है, घर बैठे ऑनलाइन खरीदें अमेज़न से- चरक विगोमैक्स टेबलेट 

तो दोस्तों, ये थी आज की जानकारी चरक विगोमैक्स फोर्ट टेबलेट के फ़ायदे और इस्तेमाल के बारे में





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11 जनवरी 2017

कन्यालोहादी वटी पीरियड्स(माहवारी) प्रॉब्लम की आयुर्वेदिक दवा | Kanyalohadi Vati for Menstrual Problem


आज आप जानेंगे महिलाओं की पीरियड्स की प्रॉब्लम के लिए शास्त्रीय आयुर्वेदिक दवा कन्यालोहादी वटी के फ़ायदे और इस्तेमाल के बारे में

पीरियड्स की प्रॉब्लम के लिए कन्यालोहादी वटी एक बेहतरीन आयुर्वेदिक दवा है, इसके इस्तेमाल से महिलाओं की कॉमन प्रॉब्लम जैसे पीरियड्स में दर्द होना(Dysmenorrhea), पीरियड नहीं होना(Amenorrhea), बहुत कम पीरियड होना(Oligomenorrhea) और Irregular Period में फ़ायदा होता है

तो आईये सबसे पहले जान लेते हैं इसका कम्पोजीशन - 

इसमें मिलाया जाता है एलुआ या मुसब्बर, शुद्ध कसीस, दालचीनी, इलायची, सोंठ और गुलकन्द इत्यादि


कन्यालोहादी वटी के फ़ायदे - 

इसका इस्तेमाल ख़ासकर महिलाओं की इन चार तरह की प्रॉब्लम में किया जाता है

दर्द वाले पीरियड्स होना

पीरियड नहीं होना

बहुत कम या न के बराबर पीरियड होना और
Irregular period होना

इन सारी प्रॉब्लम में इसके इस्तेमाल से फ़ायदा होता है


कन्यालोहादी वटी का डोज़ और सेवन विधि -

पीरियड नहीं होने की प्रॉब्लम के लिए इसे 2 से 3 गोली तक दिन में दो बार तक लेना चाहिए

कम पीरियड होने में 2-2 गोली दिन में दो बार

दर्द वाले पीरियड और Irregular पीरियड में 1 से 2 गोली तक दिन में दो बार

इसे खाना के पहले या बाद में भी लिया जा सकता है, इसे अशोकारिष्ट के साथ लेना चाहिए

या फिर आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह से इसका डोज़ फिक्स करना चाहिए

यह बिल्कुल सेफ दवा है बस सही मात्रा में लेना चाहिए, इसी की तरह काम करने वाली एक दूसरी दवा है जिसका नाम है रजः प्रवर्तनी वटी

इसका इस्तेमाल भी इसी तरह की प्रॉब्लम में किया जाता है पर रजः प्रवर्तनी वटी कन्यालोहादी वटी से थोड़ा हार्ड होती है

बैद्यनाथ, डाबर जैसी आयुर्वेदिक कंपनी की यह दवा आयुर्वेदिक मेडिकल में मिल जाती है, इसे ऑनलाइन भी ख़रीदा जा सकता है निचे दिए लिंक से -


तो दोस्तों, ये थी आज की जानकारी महिलाओं की पीरियड्स की प्रॉब्लम के लिए आयुर्वेदिक दवा कन्यालोहादी वटी के फ़ायदे और इस्तेमाल के बारे में



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स्वप्नदोष की आयुर्वेदिक दवा बैद्यनाथ स्वप्नदोषहरी टेबलेट | Swapndoshhari Tablet For Nightfall



जानी मानी आयुर्वेदिक दवा बनाने वाली कंपनी बैद्यनाथ का प्रोडक्ट स्वप्नदोषहरी टेबलेट एक पेटेंट दवा है जो स्वप्नदोष के लिए बेहद असरदार है 

इसे कपूर, वंग भस्म, कबाब चीनी और चन्द्रप्रभा वटी के मिश्रण से बनाया गया है 


इसके इस्तेमाल से सोते हुवे वीर्य निकल जाना या स्वप्नदोष में फ़ायदा होता है 

पेशाब पैखाना के साथ वीर्य निकलना जैसी प्रॉब्लम भी दूर होती है 

इसे 1 से 2 टेबलेट सुबह शाम दूध के साथ खाना खाने के बाद लेना चाहिए 


इसे आयुर्वेदिक दवा दुकान से या ऑनलाइन ख़रीदा जा सकता है 








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10 जनवरी 2017

कैशोर गुगुल के फ़ायदे, यूरिक एसिड, गठिया और चर्म रोगों की दवा | Health Benefits of Kaishore Guggulu



कैशोर गुगुल एक ऐसी शास्त्रीय आयुर्वेदिक दवा है जो एक रक्त शोधक की तरह काम करती है, इसका इस्तेमाल वात रक्त या गठिया, जोड़ों का दर्द, सुजन, मांसपेशियों का दर्द, चर्म रोग, खून की ख़राबी और यूरिक एसिड को कम करने के लिए किया जाता है

यह एक बेहतरीन एंटी ऑक्सीडेंट दवा है जो खून को साफ़ करती है, कब्ज़ को दूर करती है और शरीर की मेटाबोलिज्म को ठीक कर शरीर को स्वस्थ बनाती है


आईये सबसे पहले जान लेते हैं इसके घटक के बारे में - 

इसमें मिलाया जाता है शुद्ध गुगुल, त्रिफला, गिलोय, त्रिकटु, विडंग, त्रिवृत, दंतिमुल और घी इत्यादि

कैशोर गुगुल के फ़ायदे - 

शरीर में वात-पित्त का संतुलन कर खून को साफ़ करने वाली यह एक बेहतरीन दवा है
त्वचा विकार और हर तरह के चर्म रोगों में असरदार है, किल, मुहांसे, एक्जिमा जैसे रोगों को दूर करती है, फंगल इन्फेक्शन में भी फायदेमंद है

गठिया, Arthritis, जोड़ों की सुजन दर्द, जकड़न इत्यादि वात रक्त के कारण होने वाले हर तरह के प्रॉब्लम को दूर करती है

इसके इस्तेमाल से यूरिक एसिड कमता है जिस से जोड़ों के दर्द और जकड़न में फ़ायदा होता है

गैस और कब्ज़ को दूर कर पाचन शक्ति को ठीक करने में मदद करती है

कुल मिलाकर देखा जाये तो कैशोर गुगुल एक ऐसी बेहतरीन आयुर्वेदिक दवा है जो चर्म रोग, वात रक्त या गठिया, जोड़ों के दर्द के लिए बेहद असरदार है


कैशोर गुगुल की मात्रा और सेवन विधि- 

2 से 4 गोली तक इस ले सकते हैं दिन में दो बार महा मंजिष्ठारिष्ट या गुरीच के रस के साथ. इसे गर्म पानी के साथ भी लिया जा सकता है

पूरी तरह से सुरक्षित आयुर्वेदिक दवा है लम्बे समय तक इस्तेमाल कर सकते हैं किसी तरह का कोई भी साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है

यहाँ मैं बता देना चाहूँगा कि इसके इस्तेमाल तुरंत फ़ायदा नहीं दीखता पर 2-3 महिना लगातार यूज़ करने पर फ़ायदा दिखने लगता है, जटिल रोगों में सालों तक इसका इस्तेमाल करना चाहिए

बेस्ट क्वालिटी का कैशोर गुग्गुल उचित मूल्य में हमारे स्टोर lakhaipur.in से खरीदें - कैशोर गुग्गुल 100 ग्राम 

बैद्यनाथ, डाबर जैसी कई सारी आयुर्वेदिक कंपनियां इसे बनाती हैं, आयुर्वेदिक मेडिकल से या ऑनलाइन ख़रीदा जा सकता है- ऑनलाइन ख़रीदने के लिए यहाँ क्लिक करें 


तो दोस्तों, ये थी आज की जानकारी आयुर्वेदिक दवा कैशोर गुगुल के फ़ायदे के बारे में




08 जनवरी 2017

बिना ऑपरेशन बच्चा पैदा करने या नार्मल डिलीवरी के लिए अचूक दवा | Home Remedy For Normal Delivery


आज आप जानेंगे के बिना ऑपरेशन बच्चा पैदा करने या नार्मल डिलीवरी के लिए अचूक दवा के बारे में

इसके बारे में कई लोगों ने मुझसे मेल कर और Whatsapp पर मेसेज कर पूछा है कि कोई ऐसी दवा बताएं कि जिस से नार्मल डिलीवरी हो सके और डिलीवरी में आसानी हो

जी हाँ दोस्तों यह कोई आयुर्वेदिक दवा तो नहीं है पर है बेहद असरदार, अनेकों महिलाओं पर प्रयोग कर इसे 100 प्रतिशत सफल पाया है

यह एक होम्योपैथिक बायोकेमीक दवा है जिसका नाम है बायो कॉम्बिनेशन नंबर 26
यह चार तरह के बायोकेमीक साल्ट का मिश्रण होता है, जो अपने सिधांत पर काम करने वाली बेहद असरदार दवा है

बायो कॉम्बिनेशन नंबर 26 में मैग्नीशिया फौस, कैल्कैरिया फौस, कैली फौस और कैल्कैरिया फ्लोर नाम की दवा का मिश्रण है


बायो कॉम्बिनेशन नंबर 26 के फ़ायदे- 

बिना ऑपरेशन नार्मल डिलीवरी के प्रयोग की जानी वाली जानी मानी दवा है

गर्भावस्था में इसके इस्तेमाल से लेबर पेन बहुत कम होता है और आसान डिलीवरी करने में मदद करता है

मिस कैरेज की सम्भावना को कम करता है और लोवर एब्डोमेन में दर्द नहीं होने देता
प्रेग्नेंट लेडी के हेल्थ को इम्प्रूव करता है और गर्भ में पल रहे शिशु के विकास में मदद करता है.

ल्यूकोरिया या सफ़ेद पानी की होम्यो दवा - बायो कॉम्बिनेशन नंबर 13

कुल मिलाकर देखा जाये तो बायो कॉम्बिनेशन नंबर 26 प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए बहुत ही अच्छी दवा है जिसका कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है, पूरी तरह से सुरक्षित दवा है


बायो कॉम्बिनेशन नंबर 26 का डोज़ और इस्तेमाल करने का तरीका - 

4-4 टेबलेट दिन में 3 से 4 बार तक लेना चाहिए

प्रेगनेंसी के छठे या सातवें महीने से अगर इसका इस्तेमाल किया जाये तो आसानी से 100% नार्मल डिलीवरी होती है

डिलीवरी के कुछ दिन पहले से शुरू करने से भी काफी हद तक फ़ायदा होता है

कई सारी होमियोपैथी कंपनी इसे बनाती हैं, SBL कंपनी की इस दवा को आप होम्यो मेडिकल से या ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं- यहाँ क्लिक करें 


तो दोस्तों, ये थी आज की जानकारी बिना ऑपरेशन नार्मल डिलीवरी कराने वाली दवा के बारे में

प्रेग्नेंट महिलाओं को इसका इस्तेमाल कर फ़ायदा उठाना चाहिए





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07 जनवरी 2017

Patanjali Youvan Churna Ke Fayde | पतंजलि यौवन चूर्ण के फ़ायदे


यौवन चूर्ण, जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है जवानी बनाये रखने वाला आयुर्वेदिक चूर्ण है 

इसके इस्तेमाल से पुरुषों के यौन रोगों में फ़ायदा होता है, कमज़ोरी दूर होती है, ताक़त बढ़ती है और शुक्र धातु को बढ़ाकर सेक्सुअल प्रॉब्लम को दूर करता है 

शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानि इम्युनिटी पॉवर को बढ़ाता है और बीमारियों से बचाते हुवे यौवन या जवानी बनाये रखने में मदद करता है 

यौन शक्ति बढ़ाने वाली जानी मानी जड़ी बूटियों और खनिज का संतुलित मिश्रण है, इसमें सफ़ेद मुसली, सालम पंजा, सालम मिश्री, रूमी मस्तंगी, असगंध, क्षीर काकोली, गोंद कतीरा, पलाश, ज़हर मोहरा, लोहबान, बंग भस्म और मिश्री जैसी औषधियाँ मिलाई जाती हैं 

आईये अब जानते हैं पतंजलि यौवन चूर्ण के फ़ायदे - 


यह एक बेहतरीन कामोद्दीपक रसायन है, कामोत्तेजना लाता है और काम शक्ति को बढ़ाता है 

इसके इस्तेमाल से बल वीर्य की वृद्धि होती है, वीर्य की मात्रा और शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाता है 

नसों और मांसपेशियों को ताक़त देता है, जिस तनाव की कमी और शीघ्रपतन में फ़ायदा होता है 

यौवन प्रदान करता है और शरीर को निरोगी रखने में मदद करता है 

कमज़ोरी को दूर कर हेल्थ को इम्प्रूव करता है और वज़न बढ़ाने में मदद करता है 

इम्युनिटी पॉवर बढ़ाकर बीमारियों से बचाता है 


पतंजलि यौवन चूर्ण की मात्रा और सेवन विधि-

आधा से एक चम्मच तक दिन में दो बार सुबह शाम दूध के साथ लेना चाहिए, इसे खाना खाने के बाद लेना चाहिए 

पूरी तरह से आयुर्वेदिक सुरक्षित दवा है, लॉन्ग टाइम तक यूज़ कर सकते हैं 

डायबिटीज के रोगी और जिनका वज़न अधीक हो उन्हें इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए 

इसे पतंजलि स्टोर से या ऑनलाइन खरीद सकते हैं, ऑनलाइन ख़रीदने के लिए निचे दिए लिंक पर क्लीक करें -


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तो दोस्तों, ये थी आज की जानकारी पतंजलि यौवन चूर्ण के फ़ायदे और इस्तेमाल के बारे में 






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05 जनवरी 2017

गोंद, कमरकस, बबूल गोंद के फ़ायदे | Kamarkas benefits, Gum Acacia Benefits

kamarkas ke fayde

जी हाँ दोस्तों, गोंद कई तरह के होते हैं और इन्हें कई नामों से जाना जाता है

नार्मल गोंद जो है बबूल गोंद को कहते हैं और पलाश के गोंद को कमरकस भी कहा जाता है, इसी तरह से नीम का गोंद भी इस्तेमाल में आता है

तो आईये जानते हैं तरह तरह के गोंद के फ़ायदे के बारे में -

गोंद का इस्तेमाल दवाईओं में तो होता ही है साथ यह मिठाई बनाने के काम भी आता है
पलाश या ढ़ाक नाम के पेड़ से लाल रंग का गोंद निकलता है जिसे कमरकस और पलाश गोंद भी कहा जाता है

प्रसूता स्त्री को बच्चा पैदा होने के बाद की कमज़ोरी को दूर करने के इसे खिलाया जाता है, इसीलिए इसे कमरकस भी कहते हैं

कमरकस या पलाश के गोंद का इस्तेमाल ज़ख्म ठीक करने, दस्त बंद करने और मर्दाना कमज़ोरी या वीर्य विकार को दूर करने के लिए भी किया जाता है


नीम का गोंद खून की सफ़ाई करता है और ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करता है
नीम के गोंद के इस्तेमाल से किल मुहांसे और चर्म रोगों में फ़ायदा होता है

बबूल का गोंद भी बहुत प्रचलित है और इसका कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है, इसे कई नामों से जाना जाता है इसे बबूल गोंद, गोंद कीकर, अंग्रेज़ी में गम अकेशिया( Gum Acacia) कहा जाता है, इसे गम अराबिक भी कहते हैं जबकि नार्मल बोलचाल में सिर्फ़ गोंद कहा जाता है

इसके इस्तेमाल से चुस्ती फुर्ती और ताज़गी आती है, गर्मियों में इसके इस्तेमाल से लू लगने से बच सकते हैं

पुरुषों के लिए बबूल गोंद बहुत ही फायदेमंद दवा है, इसके इस्तेमाल से पौरुष बढ़ता है


महिलाओं के लिए भी गोंद का सेवन बहुत ही फायदेमंद है, अंदरूनी कमज़ोरी को दूर करता है और डिलीवरी के बाद भी फायदेमंद है

बकरी के दूध के साथ गोंद का इस्तेमाल करने से ब्लीडिंग रूकती है

पेशाब में जलन होना या पेशाब रुक रुक कर आने में गोंद का नियमित रूप से इस्तेमाल करने से फ़ायदा होता है

बबूल गोंद तासीर में ठण्डा होता है, इसलिए ठण्ड के दिनों में दूसरी दवाओं के साथ इसे मिलाकर इस्तेमाल करना चाहिए. ऑनलाइन ख़रीदें निचे दिए लिंक से -



तो दोस्तों, ये थी आज की जानकारी गोंद के फ़ायदे और इस्तेमाल के बारे में




02 जनवरी 2017

महा सुदर्शन चूर्ण के फ़ायदे, बुखार की आयुर्वेदिक दवा | Maha Sudarshan Churna Benefits for Fever


आपने कभी न कभी इस दवा का नाम ज़रूर सुना होगा, किसी भी कारण से होने वाली बुखार के लिए इसका इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है

इसके इस्तेमाल से पसीना आता है और बुखार कमती है, पेशाब की मात्रा को बढ़ाता है और पाचन शक्ति को ठीक करता है

इसके इस्तेमाल से मलेरिया, फ्लू, टाइफाइड, शीत ज्वर, लीवर-स्प्लीन की बीमारी के कारण होने वाले बुखार, विषम ज्वर, मासिक ज्वर या कैसा  भी बुखार हो, लीवर और स्प्लीन की बीमारी इत्यादि दूर होते हैं

यह एक बेहतरीन एंटी मलेरिअल, एंटी वायरल और एंटी पायरेटिक गुणों से भरपूर है, बेहतरीन एंटी ऑक्सीडेंट है जीवाणु संक्रमण से लड़ता है और शरीर को इन्फेक्शन से बचाता है

तो आईये एक नज़र डालते हैं उन चीज़ों पर जिस से महा सुदर्शन चूर्ण बनाया जाता है -
इसमें चिरायता के अलावा कई तरह की जड़ी बूटियां मिलाई जाती हैं जैसे - त्रिफला, हल्दी, दारू हल्दी, कंटकारी, वृहती, कचूर, सोंठ, मिर्च, पीपल, मुर्वा, गुडूची, धनबासा, कुटकी, मोथा, त्रायमाण, हाउबेर, नीम की छाल, पुष्करमूल, मुलेठी, कुटज, यवानी, इन्द्र जौ, भारंगी, शिग्रु, सौराष्ट्री, बच, त्वक, पद्माका, सफ़ेद चन्दन, अतीस, बला, शालपर्णी, प्रिश्नपर्णी, विडंग, तगर, चित्रक, देवदार, चव्य, पटोल, लौंग, बंशलोचन, कमल, असगंध, तेज़पत्र, जायफल, विदारीकन्द और किरातिक्त


आईये अब जानते हैं महा सुदर्शन चूर्ण के फ़ायदे के बारे में - 

जैसा की पहले ही बता चूका हूँ कि यह दवा हर तरह के बुखार के लिए बेहद असरदार आयुर्वेदिक दवा है

यह उत्तम ज्वरनाशक, कृमिनाशक और रक्तशोधक है

इन्फेक्शन की वजह से होने वाला बुखार, टाइफाइड, पेट का इन्फेक्शन, रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन और मूत्र संस्थान के संक्रमण में भी फायदेमंद है

यह दवा संक्रमण से लड़ती है और शरीर की इम्युनिटी पॉवर को बढ़ाती है

बुखार को दूर करती है और टेम्परेचर को नार्मल करती है

मलेरिया बुखार के कारण लीवर और स्प्लीन का बढ़ जाना, थकान, उल्टी, भूख की कमी जैसी प्रॉब्लम को दूर करती है

स्वाइन फ्लू या कैसा भी फ्लू या बुखार हो तो इसके इस्तेमाल से फ़ायदा होता है

महा सुदर्शन चूर्ण की मात्रा और सेवन विधि-

3 से 6 ग्राम तक सुबह शाम ख़ाली पेट या भोजन के बाद गर्म पानी से लेना चाहिए


यहाँ मैं बताना चाहूँगा कि चिरायता और दूसरी कडवी जड़ी बूटियों से बनी इस दवा का स्वाद बिल्कुल कड़वा होता है जिसकी वजह से सभी लोग इसका चूर्ण नहीं खा पाते हैं इसीलिए कई सारी आयुर्वेदिक कंपनिया इसका टेबलेट  भी बनाती हैं जिसे महा सुदर्शन घनवटी कहते हैं

महा सुदर्शन चूर्ण की जगह पर महा सुदर्शन घनवटी 2-2 गोली सुबह शाम लिया जा सकता है, इसके फ़ायदे में कोई फर्क नहीं पड़ता

महा सुदर्शन चूर्ण और  महा सुदर्शन घनवटी कई सारी आयुर्वेदिक कंपनियां बनाती हैं, इसे आयुर्वेदिक मेडिकल से या ऑनलाइन ख़रीदा जा सकता है. निचे दिए लिंक से ऑनलाइन ख़रीदें -

 बेस्ट क्वालिटी का महा सुदर्शन ऑनलाइन ख़रीदें हमारे स्टोर lakhaipur.in से - सुदर्शन चूर्ण 100 ग्राम 


झंडू महा सुदर्शन चूर्ण, डाबर महासुदर्शन चूर्ण, बैद्यनाथ महासुदर्शन चूर्ण


महा सुदर्शन चूर्ण का इस्तेमाल लम्बे समय तक कर सकते हैं किसी भी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है, पूरी तरह से सुरक्षित आयुर्वेदिक दवा है

अगर आप या कोई भी नयी पुरानी कैसी भी बुखार से परेशान हैं तो इसका इस्तेमाल ज़रूर कीजिये

तो दोस्तों, ये थी आज की जानकारी महान आयुर्वेदिक दवा महा सुदर्शन चूर्ण के फ़ायदे और इस्तेमाल के बारे में