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29 अप्रैल 2019

Migrain Cure Capsule | माइग्रेन क्योर कैप्सूल- सर दर्द/अधकपारी की चमत्कारी औषधि


आज एक स्पेशल दवा के बारे में आप जानेंगे जिसका नाम है माइग्रेन क्योर कैप्सूल. यह न सिर्फ माइग्रेन को दूर करता है बल्कि सर का भारीपन, आँखों का भारीपन और हर तरह के सर्द दर्द में बेहद असरदार है चाहे किसी भी कारन से ही दर्द हो, तो आइये माइग्रेन क्योर कैप्सूल के बारे में डिटेल्स जानते हैं - 

माइग्रेन क्योर कैप्सूल जैसा कि इसके नाम से ही पता चल जाता है कि यह किस बीमारी की दवा है. इसका कम्पोजीशन बेजोड़ है जो मार्केट में मिलने वाली किसी और दवा में नहीं दिखता है. 

माइग्रेन क्योर कैप्सूल के घटक या कम्पोजीशन - 

इसे सर दर्द की प्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधि पथ्यादि क्वाथ घनसत्व के अलावा शिरः शूलादिवज्र रस, गोदन्ती भस्म, स्वर्णमाक्षिक भस्म, कपर्दक भस्म और कामदुधा रस जैसी बेजोड़ औषधियों के मिश्रण से बनाया गया है.

माइग्रेन क्योर कैप्सूल के फ़ायदे -

माइग्रेन या आधेशीशी का दर्द जिसे अधकपारी या आधे सर का दर्द भी कहते हैं के लिए बेजोड़ है. 

पित्तज सर दर्द, अनन्तवात और सूर्यावर्त जिसमे जैसे-जैसे सूरज बढ़ता दर्द भी बढ़ता है में इसका सेवन करने से समस्या दूर होती है. 

सर का भारीपन, आँखों का भारीपन, सर में हल्का-हल्का दर्द बना रहना जैसे लक्षणों में इसका प्रयोग करना चाहिए. 

कुल मिलाकर बस यह समझ लीजिये कि कैसा भी सर दर्द हो, आधे सर का हो या पुरे सर का, या फिर किसी भी वजह से सर दर्द हो तो इसके सेवन से दूर हो जाता है. 

पुराने से पुराने सर दर्द को दूर करने में सक्षम है. 

माइग्रेन क्योर कैप्सूल की मात्रा और सेवन विधि - 

एक से दो कैप्सूल तक सुबह-शाम पानी से. बढ़ी हुयी कंडीशन में रोज़ तीन-चार बार तक भी दे सकते हैं. पुराने सर दर्द में लगातार कुछ महीने इसका इस्तेमाल करना चाहिए. बिल्कुल सुरक्षित औषधि है, किसी तरह का साइड इफ़ेक्ट या नुकसान नहीं होने देती है. 

परहेज़- इसका सेवन करते हुवे पित्तवर्धक आहार-विहार, चाय-काफ़ी और सॉफ्ट ड्रिंक इत्यादि से परहेज़ करना चाहिए. 

इसके 60 कैप्सूल के पैक की कीमत है सिर्फ 200 रुपया जिसे आप ऑनलाइन ख़रीद सकते हैं  दिए गए लिंक से- https://www.lakhaipur.in/product/migrain-cure-capsule/


28 अप्रैल 2019

Swapna Capsule, Swapna Churna | स्वप्ना कैप्सूल और स्वप्ना चूर्ण- स्वप्नदोष की रामबाण औषधि


स्वप्नदोष या नाईट फॉल होना युवाओं की बहुत ही कॉमन प्रॉब्लम है और इस प्रॉब्लम से छुटकारा पाने के लिए स्वप्ना कैप्सूल और स्वप्ना चूर्ण बेजोड़ है तो आईये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं -

स्वप्नदोष को स्वप्नमेह, स्वप्नप्रमेह, नाईट फॉल और एहतेलाम जैसे कई तरह के नामों से जाना जाता है. वैसे तो कभी कभार या महीने में एक-दो बार स्वप्नदोष होना कोई रोग नहीं माना जाता पर ज़्यादा होने लगे तो इसकी दवा ज़रूर लेनी चाहिय. स्वप्ना कैप्सूल और स्वप्ना चूर्ण इसके लिए बेहद असरदार है, यह स्वप्नदोष के मूल कारन को दूर कर स्थायी रूप से लाभ देती है.

स्वप्ना कैप्सूल का कम्पोजीशन- 

इसमें हरिद्रा घनसत्व, शुद्ध स्फटिक और त्रिफला जैसी औषधियों का मिश्रण होता है.
जबकि स्वप्ना चूर्ण में  शुद्ध स्फटिक, त्रिफला, हरिद्रा, एला एवम स्वर्ण गैरिक का मिश्रण होता है. 

स्वप्ना कैप्सूल और स्वप्ना चूर्ण के फ़ायदे- 

स्वप्ना कैप्सूल और स्वप्ना चूर्ण स्वप्नदोष या नाईट फॉल और इसकी वजह से होने वाली दूसरी परेशानियों की अत्युत्तम औषधि है. 

पुराने से पुराना स्वप्नदोष इसके सेवन से अवश्य ठीक होता है. 

तरह-तरह की कीमती दवाएँ खाकर भी अगर आपका स्वप्नदोष ठीक नहीं हुआ हो तो भी इसके प्रयोग से आपकी बीमारी दूर हो जाती है. एक बार इसे ट्राई करें और फिर चमत्कार देखें.

मात्रा और सेवन विधि - 

स्वप्ना कैप्सूल - एक-एक सुबह शाम ठन्डे पानी से 

स्वप्ना चूर्ण - एक स्पून या तीन ग्राम तक सुबह-शाम ठन्डे पानी या दूध से भोजन के बाद लेना चाहिए. 

अगर कब्ज़ की भी प्रॉब्लम हो तो 'विरेचनी वटी' पंचसकार चूर्ण या सुगम चूर्ण में से कोई एक दवा भी सोने से  पहले लेनी चाहिए. 

स्वप्ना कैप्सूल के 60 कैप्सूल के एक पैक की क़ीमत है 180 रुपया जबकि स्वप्ना चूर्ण के 100 ग्राम के पैक की कीमत है सिर्फ 80 रुपया. इसे आप घर बैठे ऑनलाइन खरीद सकते हैं  दिए लिंक से या फिर सर्च करें हमारे स्टोर lakhaipur.in पर 





परहेज़- चाय, काफी, मिर्च, खटाई, गर्म तासीर वाले भोजन, कब्ज्कारक और उत्तेजक आहार-विहार का त्याग करना चाहिए. हल्का सुपाच्य भोजन करना चाहिए.
तो दोस्तों, अगर आपको भी स्वप्नदोष की समस्या है तो इसका सेवन सेवन कर इस बीमारी से मुक्ति पा सकते हैं. 


Switra har Set | श्वित्रहर सेट | सफ़ेद दाग की बेजोड़ औषधि | Lecuderma Treatment


सफ़ेद दाग एक ऐसी बीमारी है जिसमे रोगी को कोई तकलीफ़ नहीं होती है पर शरीर पर जगह-जगह धब्बे होने से कुछ लोगों को मानसिक पीड़ा ज़रूर होती है. आज मैं बताने वाला हूँ सफ़ेद दाग को दूर करने वाली रामबाण औषधि के बारे में जो अपने-आप में बेजोड़ है. इसकी कम्पलीट किट का नाम है श्वित्रहर सेट. तो आईये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं - 

श्वित्रहर सेट जैसा कि इसका नाम है सफ़ेद दाग को आयुर्वेद में श्वेत कुष्ठ और श्वित्र के नाम से जाना है. श्वित्रहर का मतलब हुवा सफ़ेद दाग को दूर करने वाला. श्वित्रहर सेट में तीन तरह की दवा है. एक खाने की और दो तरह की लगाने की. 

1) श्वित्रहर कैप्सूल, 2) श्वित्रहर वटी, 3) श्वित्रहर घृत 

1) श्वित्रहर कैप्सूल खाने की बेजोड़ दवा है इसे 1-1 कैप्सूल सुबह-शाम पानी से लेना होता है.

2) श्वित्रहर वटी लगाने की दवा है. इन गोलियों को पत्थर पर पानी के साथ घिसकर दाग वाली जगह पर लेप की तरह लगाना होता है. लगाने के आधे से एक घंटे के बाद पानी से गिला कर साफ़ करना होता है. 

3) श्वित्रहर घृत लगाने की दवा है. लेप छुड़ाने के बाद इस घी को ऊँगली से दागों पर हल्की मालिश करनी है. मालिश के बाद थोड़ी देर धुप में बैठना चाहिए. इसे रोज़ कम से कम दो बार लगायें.

श्वित्रहर सेट के इन तीनों दवाओं के कम्पोजीशन की डिटेल्स -

श्वित्रहर कैप्सूल के घटक - बाकुची घनसत्व, हरिद्रा एवम तिल 

श्वित्रहर वटी के घटक - बाकुची, चित्रक, कूठ, पोहकरमूल, चूकबीज, पमार बीज, कज्जली, कलौंजी, करंज, शुद्ध नीलाथोथा 

श्वित्रहर घृत के घटक - बाकुची, हल्दी, तिल, गाय का घी 

तो सेट में यही तीन दवा है जो सफ़ेद दाग को दूर करने में 100% सक्षम है. इस से अब तक हजारों रोगी लाभ उठा चुके हैं. बिल्कुल सेफ़ दवा है, किसी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट या नुकसान नहीं  होता है. 
Safed dag ka ek rogi

रोगानुसार इसे कम से कम तीन महीने से एक साल या अधीक समय तक सेवन करने से रोग निर्मूल हो जाता है. समय जो लगे पर 100% ठीक होगा यह मेरी गारंटी है. 

श्वित्रहर सेट के एक महीने की क़ीमत है सिर्फ 700 रुपया जिसे आप ऑनलाइन आर्डर कर सकते हैं यहाँ दिए गए लिंक से - Switra har Set

इसे भी जानिए - 

26 अप्रैल 2019

Kankasava | कनकासव- अस्थमा, खाँसी की आयुर्वेदिक औषधि


आज मैं जिस औषधि के बारे में  बताने वाला हूँ उसका नाम है कनकासव. जी हाँ दोस्तों, कनकासव जो है दमा यानि अस्थमा और खाँसी की जानी-मानी औषधि है जो सिरप या लिक्विड फॉर्म में होती है, तो आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं- 

कनकासव जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है कनक से बना हुआ आसव या एक तरह का सिरप. आयुर्वेद में धतुरा को कनक भी कहा जाता है. 

कनकासव के घटक या कम्पोजीशन- इसके कम्पोजीशन की बात करें तो इसमें धतूरे के पंचांग के अलावा वासा, मुलेठी, पीपल, छोटी कटेरी, नागकेशर, सोंठ, भारंगी, तालिशपत्र, धाय के फुल और मुनक्का जैसी जड़ी-बूटियों से बना  होता है. जिसे आयुर्वेदिक प्रोसेस आसव-अरिष्ट निर्माण विधि से संधान होने के बाद बनाया जाता है. 

कनकासव के गुण - 

यह श्वास-कास नाशक यानि अस्थमा और खाँसी को दूर करने वाला, Anti Tussive, Expectorant, Anti inflammatory, रक्तपित्त नाशक, बुखार, टी. बी. नाशक जैसे कई तरह के गुणों से भरपूर होता है.

कनकासव के फ़ायदे- 


  • खाँसी-अस्थमा की उग्र अवस्था में ही इसका सबसे ज़्यादा प्रयोग किया जाता है, क्यूंकि यह अस्थमा में होने वाली तकलीफ़ को कम कर देता है.
  • खाँसी, कफ़ जमा होना, फेफड़े के रोग, श्वासनली की सुजन इत्यादि को दूर करने में असरदार है.
  • अस्थमा का दौरा पड़ने पर इसे दुसरे औषधियों के साथ दिया जाता है. यह कफ़ को पतलाकर निकाल देता है और इसके सेवन से हिचकी में भी लाभ होता है.


कनकासव की मात्रा और सेवन विधि - 

15 से 30 ML तक रोज़ दो-तीन बार तक बराबर मात्रा में पानी मिक्स कर भोजन के बाद लेना चाहिए. रोग की बढ़ी हुयी अवस्था में इसके साथ में श्वासकुठार रस, श्वासचिन्तामणि रस जैसी दवाएं भी डॉक्टर की देख-रेख में  लेनी चाहिए. 

बैद्यनाथ के 450ML की क़ीमत है 135 रुपया अमेज़न पर जिसका लिंक निचे दिया गया है. 





24 अप्रैल 2019

Livtreat Tablet | लिवट्रीट टेबलेट- लिवर की बीमारियों की बेस्ट दवा


लिवर हमारे शरीर का सबसे बड़ा ऑर्गन है और इस सबसे बड़े ऑर्गन को प्रोटेक्ट करने वाली सबसे बेस्ट दवा है लिवट्रीट टेबलेट, तो आईये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं - 

लिवट्रीट टेबलेट जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है लिवर का ट्रीटमेंट करने वाली गोलियां. लिवर की बीमारी को दूर करने में यह दवा बेहद असरदार है.

लिवट्रीट टेबलेट का कम्पोजीशन- 

इसके कम्पोजीशन की बात करें तो इसका जो Ingredient है वह बेस्ट है, इसमें जड़ी-बूटियों के घनसत्व के अलावा भस्मों का भी मिश्रण है.  इसे Kutki ghansatva, Bhringraj ghansatva, Makoy ghansatva, Kalmegh ghansatva, Punarnava ghansatva, Shankh bhasma, Lauh bhasma और Mandoor bhasma जैसी चीज़ों के मिश्रण से बनाया गया है. 

लिवट्रीट टेबलेट के गुण - 

यह लिवर प्रोटेक्टिव, लिवर के फंक्शन को सही करने वाला, पाचन ठीक करने वाला, भूख बढ़ाने वाला, सुजन दूर करने वाला, कब्ज़ और खून की कमी को दूर करने वाले गुणों से भरपूर है. 

लिवट्रीट टेबलेट के फ़ायदे- 

लिवट्रीट टेबलेट लिवर की बीमारियों की बेस्ट दवा है. लिवर का बढ़ना, लिवर की सुजन, Fatty Liver, लिवर सीरोसिस, जौंडिस, भूख नहीं लगना, SGOT/SGPT लेवल बढ़ना, खून की कमी, कामला, कब्ज़, स्प्लीन बढ़ना इत्यादि रोगों में बेजोड़ है.

बस समझ लीजिये कि लिवर की किसी भी तरह की प्रॉब्लम हो तो आँख मुंदकर भी इसका प्रयोग कर सकते हैं.

लिवट्रीट टेबलेट की मात्रा और सेवन विधि - 

एक से दो टेबलेट तक रोज़ दो से चार बार तक पानी से इसे ले सकते हैं. बिल्कुल सुरक्षित औषधि है, किसी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट या नुकसान नहीं नहीं होने देती है.

इसके 100 टेबलेट की कीमत है सिर्फ 130 रुपया जिसे आप घर बैठे ऑनलाइन ख़रीद सकते हैं दिए लिंक से - https://www.lakhaipur.in/product/livtreat-tablet/



19 अप्रैल 2019

Raktchapantak Capsule | रक्त चापान्तक कैप्सूल - हाई ब्लड प्रेशर की असरदार औषधि


बेहतरीन आयुर्वेदिक दवाओं को Introduce कराने की सीरीज में मैं आज आपको बताने वाला हूँ ब्लड प्रेशर की दवा रक्त चापान्तक कैप्सूल के बारे में.

जी हाँ दोस्तों, रक्त चापान्तक कैप्सूल हाई ब्लड प्रेशर को न सिर्फ़ कम करता है बल्कि BP को नार्मल कर इसक बीमारी से मुक्ति देता है तो आईये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं - 

रक्त चापान्तक कैप्सूल जैसा कि इसका नाम है - रक्त चाप या हाई bp का अन्त करने वाला.

रक्त चापान्तक कैप्सूल के घटक या कम्पोजीशन - 

इसे bp को कम करने वाली जानी-मानी जड़ी-बूटियों और भस्मों के मिश्रण से बनाया गया है. इसके कम्पोजीशन की बात करें तो इसमें सर्पगंधा घनसत्व, ब्राह्मी घनसत्व, शंखपुष्पि घनसत्व, बच और अकीक पिष्टी जैसी औषधियों के मिश्रण से बनाया जाता है.

रक्त चापान्तक कैप्सूल  के फायदे- 

रक्तचाप वृद्धि(हाई ब्लड प्रेशर) में विशेष लाभकारी है. 

हाई ब्लड प्रेशर की वजह से होने वाली प्रॉब्लम जैसे नीन्द नहीं आना, धड़कन बढ़ जाना, घबराहट और मानसिक थकान दूर होती है.

यह ब्लड प्रेशर को नार्मल करता है, दिल-दिमाग को शान्ति देता है और अच्छी नीन्द लाने में मदद करता है.

डिप्रेशन, चिन्ता, मानसिक अवसाद आदि में भी इस से फ़ायदा होता है.

मुक्ता वटी जैसी दवाओं से अगर आपको लाभ नहीं हो रहा हो तो भी इसके सेवन से स्थायी लाभ हो जाता है.

रक्त चापान्तक कैप्सूल  की मात्रा और सेवन विधि - 

एक से दो कैप्सूल तक सुबह-शाम पानी से. बढ़ी हुयी अवस्था में 6-6 घंटे पर भी ले सकते हैं. 

इसका सेवन करते हुवे नमक, घी तथा उस से बने पदार्थ, लाल मिर्च, चाय, काफी वगैरह से परहेज़ करना चाहिए. कम कैलोरी वाले इजी digestive फ़ूड का इस्तेमाल करना चाहिए. 

इसके 60 कैप्सूल के पैक की क़ीमत है सिर्फ़ 175 रुपया है जिसे आप  ऑनलाइन ख़रीद सकते हैं दिए लिंक से - https://www.lakhaipur.in/product/rakt-chapantak-capsule/

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16 अप्रैल 2019

Jeern Pratishyay Har Vati | जीर्ण प्रतिश्याय हर वटी - सर्दी जुकाम की बेजोड़ औषधि


सर्दी-जुकाम या नज़ला से कई लोग अक्सर परेशान रहते हैं और तरह-तरह की दवाईयों के सेवन से भी बीमारी जल्दी नहीं जाती है. पर इसका भी उपाय है जिसका नाम है - जीर्ण प्रतिश्याय हर वटी, तो आईये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं - 

जीर्ण प्रतिश्याय हर वटी जैसा कि इसका नाम है क्रोनिक सर्दी-जुकाम को दूर करने वाली टेबलेट 

इसे सिर्फ़ बेहतरीन जड़ी-बूटियों के मिश्रण से ही बनाया गया है. गुलबनफशा, लिसोढ़ा, मुलेठी, खतमी जैसी बूटियों का घनसत्व. 

जीर्णप्रतिश्याय हर वटी के फायदे- 

जीर्णप्रतिश्याय हर वटी का सेवन करने से समस्त प्रकार के नवीन या जीर्ण प्रतिश्याय(सर्दी-जुकाम, नज़ला इत्यादि) नष्ट होते हैं. 

इसके अतिरिक्त यह खाँसी, श्वास को भी शीघ्र नष्ट करती है और कफ़ को पतला करके निकाल देती है जिस से फेफड़े एवम श्वास नलिका साफ़ हो जाती है. 

यह सर्दी-जुकाम के कारन होने वाले सर दर्द में भी उपयोगी है.

मात्रा और सेवन विधि - 

एक से दो गोली रोज़ दो-तीन बार तक गर्म पानी से. इसके लगातार इस्तेमाल से आप पुरानी से पुरानी सर्दी-जुकाम से छुटकारा पा सकते हैं.

इसके १०० ग्राम के पैक की क़ीमत है सिर्फ 165 रुपया जिसे आप घर बैठे ऑनलाइन ख़रीद सकते हैं दिए गए लिंक से -  https://www.lakhaipur.in/product/jeern-pratishyay-har-vati/ ‎


14 अप्रैल 2019

Prostate Cure Capsule | प्रोस्टेट क्योर कैप्सूल- पौरुष ग्रन्थि वृद्धि की उत्तम औषधि


आज मैं बताने वाला हूँ प्रोस्टेट ग्लैंड की बेस्ट आयुर्वेदिक दवा प्रोस्टेट क्योर कैप्सूल के बारे में जो ने पुराने प्रोस्टेट ग्लैंड के लिए बेहद असरदार है, तो आईये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं - 

प्रोस्टेट क्योर कैप्सूल जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है, यह प्रोस्टेट ग्लैंड की दवा है जो बीमारी को क्योर कर देती है. 

प्रोस्टेट क्योर कैप्सूल का कम्पोजीशन - 

इसके कम्पोजीशन की बात करें तो या अपने आप में बेजोड़ है जो मार्किट में मिलने वाली किसी और दवा में नहीं मिलता. इसे वरुण, कांचनार, गोक्षुर, पुनर्नवा, कुलत्थ जैसी जड़ी-बूटियों के घनसत्व से बनाया गया है. और साथ में शुद्ध शिलाजीत का भी मिश्रण होता है.

प्रोस्टेट क्योर कैप्सूल के फ़ायदे- 

प्रोस्टेट ग्लैंड वृद्धि की प्रारंभिक अवस्था में इसके सेवन से तेज़ी से फ़ायदा होता है. 
प्रोस्टेट ग्लैंड बढ़ने के कारन होने वाली तकलीफ़ जैसे पेशाब की जलन, बार-बार पेशाब आना, पेशाब की रुकावट, पेशाब का इन्फेक्शन जैसी समस्या में इस से आराम होता है. 

नए पुराने हर तरह के प्रोस्टेट में इसके सेवन से लाभ हो जाता है और रोग मुक्ति होती है. 

प्रोस्टेट क्योर कैप्सूल की मात्रा और सेवन विधि - 

एक से दो कैप्सूल तक सुबह-शाम पानी से. बढ़ी हुयी अवस्था में रोज़ तीन बार तक भी ले सकते हैं. बिल्कुल सुरक्षित दवा है, लम्बे समय तक लेने से रोगमुक्ति होती है पर कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है. 

इसके 60 कैप्सूल के पैक की कीमत है सिर्फ़ 180 रुपया जिसे आप ऑनलाइन ख़रीद सकते हैं हमारे स्टोर लखैपुर डॉट इन से - यहाँ क्लिक करें 


11 अप्रैल 2019

Agnivardhak Kshar | अग्निवर्द्धक क्षार- कब्ज़ हटाये, गैस भगाए, भूख बढ़ाये


आज बताने वाला हूँ पेट की बीमारी की एक बहुत अच्छी दवा अग्निवर्द्धक क्षार के बारे में जो पेट दर्द, गैस, कब्ज़ और भूख की कमी जैसी समस्या में उपयोगी है, तो आईये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं-

अग्निवर्द्धक क्षार चूर्ण या पाउडर के फॉर्म में होती है जिसे पेट की बीमारी को दूर करने की जानी-मानी जड़ी-बूटियों के मिश्रण से बनाया जाता है. इसे त्रिकटु, सैन्धव, हींग, शंख भस्म यवक्षार जैसी चीज़ों से बनाया जाता है.

अग्निवर्द्धक क्षार के घटक - 

सोंठ, पिप्पली, काली मिर्च, सेंधा नमक, हींग, जीरा, शंख भस्म, टाटरी, कलमी शोरा एवम नौशादर 

अग्निवर्द्धक क्षार के फ़ायदे- 

पेट में गैस बनना, पेट फूलना, खाना हज़म नहीं होना, ठीक से दस्त नहीं होना, कब्ज़, पेट में दर्द होना इत्यादि कोई भी समस्या हो तो इसके सेवन से लाभ होता है. 
भूख बढ़ाने और खाने में रूचि के लिए इसका सेवन कर सकते हैं. 

अग्निवर्द्धक क्षार की मात्रा और सेवन विधि - 

दो से तीन ग्राम या एक टी स्पून सुबह-शाम भोजन के बाद गुनगुने पानी से लेना चाहिए. सभी लोग इसका सेवन कर सकते हैं. सिर्फ अल्सर या पेप्टिक अल्सर वाले इसका सेवन न करें. 

इसके 50 ग्राम के पैक की कीमत है सिर्फ़ 60 रुपया जिसे आप ऑनलाइन ख़रीद सकते हैं  दिए गए लिंक से - Agni Vardhak Kshar


08 अप्रैल 2019

Psoriasis Treatment | सोरायसिस की आयुर्वेदिक चिकित्सा


सोरायसिस एक बड़ा ही हठी रोग है जो अंग्रेज़ी दवाओं से कभी ठीक नहीं होता है. आयुर्वेदिक चिकित्सा से यह 100% ठीक हो जाता है अगर सही औषधियों का सेवन किया जाये. आज के इस विडियो में सोरायसिस की बेस्ट ट्रीटमेंट के बारे में बताने वाला हूँ और ऐसी दवाओं की जानकारी देने वाला हूँ जिसे हमारे यहाँ लगभग चालीस सालों से प्रयोग कर सैंकड़ों रोगियों को ठीक किया गया है, तो आईये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं - 

सोरायसिस एक चर्मरोग है जो किसी को भी हो सकता है जो रक्तदुष्टि या फिर आनुवंशिक कारणों से होता है. आयुर्वेदानुसार यह कुष्ठरोग के अंतर्गत आता है. मैं समझता हूँ इसकी ज़्यादा इंट्रोडक्शन की ज़रूरत नहीं है, आप सभी अच्छी तरह इसे जानते हैं. 

सोरायसिस से मुक्ति के पाने के लिए इन औषधियों का सेवन करना चाहिए धैर्यपूर्वक- 

1) चर्मरोगान्तक कैप्सूल एक-एक सुबह-शाम 
2) पंचतिक्त घृत गुग्गुल स्पेशल- दो-दो गोली सुबह-शाम 
3) निम्बादि चूर्ण - एक स्पून सुबह-शाम 
4) चर्मरोगारि तेल - लगाने के लिए 

साथ में 4 स्पून महा मंजिष्ठारिष्ट आधा कप पानी से भोजन के बाद दो बार लेना चाहिए. कब्ज़ न हो इसके लिए सुगम चूर्ण, विरेचनी वटी या पंचसकार चूर्ण जैसी कोई एक रात में सोने से पहले लेनी चाहिए. 

बस यही दवाओं को लगातार धैर्यपूर्वक सेवन करते रहें से अंग्रेज़ी डॉक्टरों द्वारा असाध्य माने जाने वाले सोरायसिस से निश्चित रूप से मुक्ति मिल जाती है. 

अब आपका सवाल होगा की कितना दिन यूज़ करना है? रोगानुसार कम से कम छह महिना से एक साल या अधीक समय तक लेना चाहिए. आयुर्वेद में चर्मरोगों को मुख्यतः दो केटेगरी में रखा गया है, क्षुद्र कुष्ठ और महा कुष्ठ. सोरायसिस महा कुष्ठ के अंतर्गत आता है, इसलिए समय तो लगेगा भाई!!

यह 100% सुरक्षित दवाएं हैं, किसी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट या नुकसान नहीं होता है. 

परहेज़ - नॉन वेज, हर तरह का नशा, अल्कोहल, बैगन, सेम, मटर, नमक और गरिष्ठ भोजन का त्याग करें. साधारण नमक की जगह सेंधा नमक यूज़ करना चाहिए. 
चर्मरोगान्तक कैप्सूल, चर्मरोगारि तेल, पञ्चतिक्त घृत गुग्गुल स्पेशल, सुगम चूर्ण, विरेचनी वटी इत्यादि आपको ऑनलाइन मिल जाएँगी जिसका लिंक दिया गया है. 

चर्मरोगान्तक कैप्सूल

चर्मरोगारि तेल

विरेचनी वटी

पंचतिक्त घृत गुग्गुल स्पेशल

सुगम चूर्ण

तो दोस्तों, अगर किसी को सोरायसिस है तो चिंता न करें, इन दवाओं से के सेवन से इस बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं. 


इसे भी जानिए -



05 अप्रैल 2019

Tarang Gold Capsule-for Men and Women | तरंग गोल्ड कैप्सूल


आपमें से कई लोग अक्सर मुझे पूछते रहते हैं कि कोई ऐसी आयुर्वेदिक दवा बताईये जो वियाग्रा की तरह तुरंत असर करे. मैं आज वैसी ही दवा बताने वाला हूँ जिसका नाम है 'तरंग गोल्ड कैप्सूल' जी हाँ दोस्तों, यह वियाग्रा की तरह क्विक एक्शन करती तो है पर साइड इफ़ेक्ट नहीं करती. और सबसे बड़ी बात कि यह महिला और पुरुष दोनों के लिए सामान रूप से लाभकारी है. तो आईये इसके बार में विस्तार से जानते हैं -

तरंग गोल्ड कैप्सूल जैसा कि इसका नाम है यह यौन अंगों और शरीर में तरंग की तरह उत्तेजना प्रदान करता है, यह एक स्वर्ण युक्त औषधि है. 

तरंग गोल्ड कैप्सूल के घटक या कम्पोजीशन- 

इसके एक कैप्सूल में घटकों की मात्रा- स्वर्ण भस्म 05 मिग्रा., पूर्णचन्द्रोदय रस 10 मिग्रा., बंग भस्म 35 मिग्रा., अभ्रक भस्म 20 मिग्रा., लौह भस्म 20 मिग्रा., जायफल 50 मिग्रा., लौंग 50 मिग्रा., अकरकरा 50 मिग्रा., कौंच बीज 50 मिग्रा., खुरासानी अजवायन 50 मिग्रा., सालम पंजा 100 मिग्रा., शुद्ध कुचला 50 मिग्रा. 


तरंग गोल्ड कैप्सूल के फ़ायदे- 

  • तरंग या त्वरित उत्तेजना प्राप्त करने के लिए इसका इस्तेमाल करना चाहिए. वियाग्रा की जगह इसका प्रयोग करें, यह वियाग्रा या दूसरी अंग्रेज़ी दवाओं की तरह नुकसान नहीं करती है.

  • यह जननेन्द्रिये में रक्त संचार बढ़ाकर भरपूर जोश और तनाव लाता है. 

  • सम्भोग में उदासीन रहने वाली महिलाओं के लिए भी बहुत गुणकारी है. यह कामशीतलता को दूर कर यौनेक्षा को बढ़ाता है. यौनेक्षा बढ़ाने के लिए महिलाओं को इसका सेवन अवश्य करना चाहिए. 

यह तुरंत उत्तेजना देनी वाली बाजीकारक औषधि है, जो लोग अति मैथुन से वीर्य नष्ट कर चुके हों, वीर्य विकार हो और मर्दाना कमज़ोरी के शिकार हों तो उन्हें 'काम शक्ति वर्धक सेट' का यूज़ करना चाहिए जो अन्दर से फिट करता है.

तरंग गोल्ड कैप्सूल उनके लिए है जो शारीरिक तौर पर कमज़ोर न हों. आनन्द बढ़ाने के लिए शौक़िया तौर पर इसका इस्तेमाल करें.

सेवन विधि - एक से दो कैप्सूल गर्म दूध के साथ सम्भोग से एक घंटा पहले लेना चाहिए. शुरू में एक कैप्सूल ही लें, अगर एक से काम न  बने दो कैप्सूल ले सकते हैं. ध्यान रहे, एक बार में दो कैप्सूल से ज्यादा न लें. आवश्यकतानुसार या हफ़्ते में 3-4 बार तक प्रयोग करें. 

पित्त प्रकृति वालों को कम मात्रा में यूज़ करना चाहिए, यह तासीर में थोड़ी गर्म है इसका ख्याल रखें. गर्म तासीर वाले लोग इसका इस्तेमाल करते हुवे जूस और दूध लिया करें. शुगर या डायबिटीज और BP वाले ले सकते हैं, कोई प्रॉब्लम नहीं. 

तरंग गोल्ड के 30 कैप्सूल के पैक की क़ीमत है सिर्फ़ 375 रुपया जो मिलेगा सिर्फ ऑनलाइन हमारे स्टोर lakhaipur.in पर जिसका लिंक  दिया गया है- https://www.lakhaipur.in/product/tarang-gold-capsule/

तो दोस्तों, ये है तरंग गोल्ड कैप्सूल के फ़ायदे जो महिला और पुरुष दोनों के लिए फ़ायदेमंद है. मार्केट में मिलने वाले किसी भी दुसरे कैप्सूल से यह बेस्ट है quality wise, composition wise और प्राइस wise भी. 

कामशक्ति वर्धक सेट - यौन कमज़ोरी की बेस्ट दवा