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30 जून 2017

शीघ्रपतन और इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए होम रेमेडी क्या यूज़ करें? अश्वगंधा, शतावर, सफ़ेद मुसली या कुछ और???


मर्दाना कमज़ोरी दूर करने के लिए घरेलु नुस्खे के तौर पर क्या-क्या इस्तेमाल करना चाहिए? आप सभी लोग जानते ही हैं कि इसके लिए आयुर्वेद में कई सारी जड़ी बूटियाँ जो बेहद असरदार होती हैं. इनमे तीन तरह की जड़ी बूटियों का नाम सबसे आगे आता है - अश्वगंधा, सफ़ेद मुसली और कौंच बीज.

इसके अलावा भी बहुत सारी जड़ी-बूटियाँ हैं जो पुरुष यौन रोगों में काम आती हैं. आपमें से कई लोग अक्सर पूछते रहते हैं कि फलाँ जड़ी के साथ फलाँ यूज़ कर सकते हैं या नहीं, कोई नुकसान तो नहीं होगा? कितना टाइम यूज़ करें? वगैरह-वगैरह. 

तो आईये यहाँ जानते हैं कि कौन-कौन सी जड़ी बूटियों को घरेलु नुस्खे के तौर पर यूज़ कर सकते हैं- 


अगर आपको दवा बनाने का थोड़ा आईडिया है और जड़ी-बूटी पहचान सकते हैं तो आप इन जड़ी-बूटियों को लाकर कूट-पिस कर चूर्ण बनाकर यूज़ कर सकते हैं. 
यहाँ मैं बता रहा हूँ सीधा और आसान सा नुस्खा इसके लिए आपको लेना चाहिए 

अश्वगंधा, शतावर, सफ़ेद मुसली, शुद्ध कौंच बीज, और विधारा सभी को बराबर वज़न में लेकर कूट-पीसकर चूर्ण बना लें और चूर्ण के वज़न के बराबर पीसी हुयी मिश्री मिलाकर रख लें. 

For Example - अगर सौ-सौ ग्राम पाँचों चीज़ लेंगे तो टोटल 500 ग्राम हुवा, इसमें 500 ग्राम पीसी हुयी मिश्री मिलाने पर कुल एक किलो दवा तैयार होगी. 

अब इस दवा को तीन से पांच ग्राम तक सुबह शाम खाकर ऊपर से दूध पीना चाहिए. दवा यूज़ करने से पहले पाचन शक्ति ठीक होनी चाहिए तब ही दवा सही से डाइजेस्ट होगी और पूरा लाभ मिलेगा. इस दवा को लगातार कम से कम तीन महिना या अधीक समय तक भी ले सकते हैं. ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए यूज़ करें. 
अब कई लोग कहते हैं कि 15 दिन खाया कोई फ़ायदा नहीं हुवा, तो भाई साहब यह दवा है कोई जादू की छड़ी नहीं है कि तुरन्त चमत्कार हो जाये. अगर दवा खाने से किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हो रहा तो दवा खाते रहें, निश्चित रूप से लाभ होगा समय जो लग जाये. 




आयुर्वेदिक दवाएँ धीरे धीरे ही असर करती हैं और रोग के मूल कारन का निवारण करते हुवे रोग दूर करती हैं. अंग्रेजी दवा वियाग्रा नहीं है कि खाया और एक घंटा में असर शुरू. आपने शायेद सुना होगा कि वियाग्रा खाकर हर साल हज़ारों लोग मरते हैं. पर आपने कभी सुना है कि सफ़ेद मूसली खाकर किसी की जान गयी हो??? ज़रा सोचिये!!!

यहाँ बताये गए नुस्खे से Generally लोगों को फ़ायदा हो जाता है, अगर समस्या अधीक हो तो रस रसायन और स्वर्णयुक्त औषधियों का सेवन आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए. बताये गए नुस्खे में अपनी सुविधानुसार दूसरी जड़ी-बूटियाँ भी मिला सकते हैं. निचे दिए लिंक से कुछ जड़ी बूटियों का चूर्ण ऑनलाइन ख़रीद सकते हैं- 

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